सेंधा नमक का उपयोग सिर्फ उपवास के दौरान ही किया जाता है। बाकी के सामान्य दिनों में सेंधा नमक का उपयोग नहीं किया जाता है। अब आप यही सोच रहे होंगे कि ऐसा क्यों होता है कि लोग प्रतिदिन नहीं सेंधा नमक को अपने दिनचर्या का भाग नहीं बनाते हैं। इसके पीछे कई सारे बहुत मिथक हैं जो सेंधा नमक का उपयोग सामान दिनों में करने से रोकते हैं।
हालांकि इसकी कोई वैज्ञानिक सच्चाई नहीं है कि यदि सेंधा नमक का प्रयोग किया जाए तो इससे कोई हानि होगी जैसे हम सब सामान्य नमक खाते हैं उससे कोई हानि नहीं होती है ।उसी प्रकार सेंधा नमक को अपने जीवन मे शामिल कर लेने से जीवन सुखद और बीमारी रहित बीतने लगता है लेकिन सेंधा नमक में कुछ पोषक तत्व ऐसे पाए जाते हैं जो शरीर के लिए बहुत जरूरी है इसीलिए आप सेंधा नमक को सिर्फ उपवास का भाग ना बनाएं अपने जीवन के हर हिस्से में शामिल करे।
व्रत में उपयोग होने वाला आखिरकार क्या होता है सेंधा नमक
सेंधा नमक में सल्फर और पोटेशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। सेंधा नमक समुद्र की वाष्पीकरण के बाद जो रंगीन रंग का क्रिस्टल बचता है उसे ही सेंधा नमक बोला जाता है। इसे आम बोलचाल की भाषा में हिमालयन नमक, लाहौरी नमक और चट्टान नमक के नाम से भी जाना जाता है।
सामान्य नमक से सेंधा नमक विशेष क्यों है?
सामान्य नमक में आयोडीन की मात्रा ज्यादा होती है। जबकि सेंधा नमक में आयोडीन की मात्रा कम होती है वही सेंधा नमक में पोटेशियम मैग्नीशियम आयरन और कोबाल्ट जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं वह भी बहुतायत मात्रा में। लेकिन सामान्य नमक में मात्रा होती है इन सब की लेकिन कम होती है।
सेंधा नमक खाने से कौन-कौन से फायदे होते हैं?
(1) लो ब्लड प्रेशर और हाई ब्लड प्रेशर को समायोजित करके नियंत्रित करता है।
(2) पाचन क्रिया को स्ट्रांग बनाता है
(3) बदहजमी, गैस, कब्ज से निजात दिलाता है
(4) डिप्रेशन को भी दूर करता है