घुटनों में या जोड़ों में दर्द (Joint Pain) कई कारणों से हो सकता है जैसे उम्र का बढ़ना, खानपान में पोषक तत्वों की कमी या फिर गिरने से लगी चोट। अगर आपके शरीर में प्रोटीन या कैल्शियम की कमी है तो ये परेशानी होना लाजिमी ही। इसके अलावा किसी तरह की सूजन या संक्रमण से भी घुटनों में दर्द होने लगता है। अक्सर घुटनों में दर्द के लिए व्यक्ति ना जाने क्या-क्या जतन करता है लेकिन खाने में सुधार करना भूल जाता है।
टमाटर कम खाएं
टमाटर के बीजों का अधिक सेवन करने से आपके जोड़ों में दर्द और सूजन बढ़ सकती है। टमाटर में यूरिक एसिड अधिक मात्रा में पाया जाता है, इसीलिए जोड़ों के दर्द से परेशान लोगों को टमाटर का सेवन कम ही करना चाहिए।
सोडा
सोडा, न सिर्फ दिल और डायबटीज रोगियों के लिए खतरनाक होता है बल्कि इसके अधिक सेवन से जोड़ों में भी दर्द होने लगता है। चूंकि सोडा में शूगर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है और जब आप बहुत ज्यादा मात्रा में शूगर का सेवन करते हैं तो साइटोकिन्स, शरीर में रिलीज होता है। जिससे दर्द और ज्यादा बढ़ता है।
शुगर
बेकरी आइटम्स जैसे कि कोला, मिठाई, आर्टिफिशियल जूस, ब्रेड या रिफाइनरी प्रोडक्ट्स से भी परहेज करना जरूरी है। शरीर में ब्लड ग्लूकोज का लेवल बढ़ने से आर्थराइटिस के मरीजों की तकलीफ बढ़ सकती है। ऐसी चीजें टिशूज़ इन्फ्लेमेशन और जोड़ों में दर्द को भी बढ़ावा देती हैं।
सोयाबीन
इनके अधिक खुराक से लोगों के शरीर में यूरिक एसिड की भी अधिकता होती है। इसमें मौजूद प्यूरीन प्रोटीन शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होता है। ये प्रोटीन हमारे शरीर में खुद-ब-खुद तो बनते ही हैं, साथ में कुछ फूड आइटम्स में भी मौजूद होते हैं। इसके साथ ही, प्यूरीन किडनी की फिल्टर करने की क्षमता को भी प्रभावित करता है। यूरिक एसिड बढ़ने से किडनी डैमेज और जोड़ों में दर्द व सूजन का खतरा बढ़ जाता है।
रेड मीट
भेड़-बकरी के मांस या मटन में बहुत ज्यादा मात्रा में सैचुरेटेड फैट और ओमेगा-6 फैटी एसिड पाया जाता है। इन दोनों चीजों का शरीर में इंफ्लेमेशन से सीधा जुड़ाव होता है। इन्हें खाने से जोड़ों में अकड़न बढ़ती है और दर्द भी बढ़ता है।