डायबिटीज या मधुमेह की बीमारी किसी को भी हो सकती है। कई लोगों में ये गलत धारणा होती है कि ज्यादा मीठा खाने की वजह से डायबिटीज का खतरा रहता है, लेकिन ऐसा नहीं है। डायबिटीज हर किसो को हो सकता है और ऐसे मरीजों को अपने खान-पान का अच्छे से ध्यान रखना चाहिये। ये जान पाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है कि डायबिटीज के पेशेंट के लिये क्या खाना सही है। ऐसे कई खाद्य पदार्थ हैं, जो मधुमेह के मरीजों के लिये फायदेमंद हैं और कई सामग्रियों के सेवन का असर हानिकारक भी हो सकता है।
बात जब डेयरी प्रोडक्ट्स की आती है, तो दही डायबिटीज के मरीजों के लिये लाभकारी है और दूध भी न्यूट्रिशन का एक माध्यम है, लेकिन क्या दूध पीना डायबिटीज मरीजों के लिये अच्छा है? या किस तरह का दूध डायबिटीज मरीजों को पीना चाहिये? आइये जानते हैं….
डायबिटीज में इंसान को दूध दें या ना दें ये काफी कंफ्यूजिंग सा सवाल है, क्योंकि कइयों का मानना है कि दूध ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ा सकता है। हालांकि, आप डायबिटीज में दूध का सेवन कर सकते हैं, लेकिन आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। सबसे पहले तो आप ये सुनिश्चित करें कि आप जो दूध पी रहे हैं, वो आपके स्वास्थ्य के लिये अच्छा है।
सामान्य तौर पर एक कप दूध में 11 ग्राम चीनी होती है, जो सामान्य तौर पर आपके रक्त शर्करा के स्तर को आसमान छूने लायक नहीं बढ़ा रहे हैं। एक कप दूध में 12% कैल्शियम भी होता है, जो मधुमेह के मरीजों के लिए पोषण का एक उत्कृष्ट स्रोत प्रदान करता है। इसके लिये आपको ज्यादा फैट या कैलोरी खाए बिना अतिरिक्त कैल्शियम सेवन की आवश्यकता होती है।
कम वसा वाले दूध और पूरे दूध में अंतर होता है लेकिन मधुमेह रोगियों के लिए हर तरह के दूध के फायदे हैं। दूध कैल्शियम और विटामिन डी का एक बड़ा स्रोत है जो रक्तचाप, ऑस्टियोपोरोसिस, पीएमएस के लक्षणों और वजन घटाने में मदद कर सकता है!
कम फैट वाला दूध
कम वसा वाले दूध में कैलोरी की मात्रा कम होती है इसलिए यह वजन कम करने की कोशिश कर रहे लोगों या मधुमेह के जोखिम वाले लोगों के लिए एक स्मार्ट विकल्प है। इसमें भी पूरे दूध के समान कैल्शियम की मात्रा होती है लेकिन वसा की मात्रा आधी होती है।
दूध और डेयरी खाद्य पदार्थ एक उत्कृष्ट भोजन विकल्प है जिससे मधुमेह रोगियों को परहेज नहीं करना चाहिए क्योंकि स्वस्थ रहने के लिए आपके शरीर को विटामिन और खनिजों सहित कई लाभों की आवश्यकता होती है।
हमेशा सुनिश्चित करें कि आप डेयरी प्रोडक्ट्स कम खायें और वसा रहित दूध पीयें।